लॉक डाउन दूसरा दिन
लॉक डाउन दूसरा दिन
डिअर डायरी
आज मै यानि निशा सुबह आराम से सोकर उठी। बालकनी से नीचे देखा तो पूरी गली सुनसान पड़ी थी। पुलिस जीप से गश्त कर रही थी और बार बार अनुरोध कर रही थी की घर से बहार न निकले। मैं वापस कमरे में आ गयी और टीवी खोला।
ब्रिटैन के PM को करोना की पुष्टि हो चुकी है यह सुनकर मन में भय पैदा हो गया। अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश भी इसकी चपेट में आ चुके है और बेबस है। मन सोच में पड़ गया। क्या चाहिए जीवन में पैसा पद शोहरत पर सब कुछ होते हुए भी आज इंसान लाचारहै। लोग मर रहे है इटली जो सबसे ज्यादा प्रभावित है उसका प्रेजिडेंट लाचारी में आंसू बहा रहा है।
शायद इतनी बड़ी आपदा अपने जीवन काल में हममे से किसी ने नहीं देखि होगी। क्या होगा पता नहीं। मन में निराशा के भाव उपजने लगे। टीवी बंद कर दिया। सोचा कुछ किया जाये। संगीत हमेशा मन को शांति देता है।
तानपुरा उठाया और फिर दो घंटे कैसे निकल गए पता ही नहीं चला। बेटी सोकर उठी और हम दोनों ने चाय पी। खाने से निपटने के बाद हम लोग एक मूवी देखने बैठ गए। तीन घंटे मूवी में निकल गए। मुझे लेखन का शौक है। बहुत दिनों से एक कहानी लिखने का प्लान था। लेकर बैठ गयी कलम लेकर। लॉक डाउन का दूसरा ही दिन था और पूरा दिन कैसे निकल गया पता ही नहीं चला। सच है अगर आपकी होब्बीस है तो समय भी काम पड़जाता है उनको पूरा करने के लिए।