लालची किसान
लालची किसान
एक गांव में राजू और संजू नाम के दो भाई रहते थे। दोनों ही खेती करते थे ।जहां राजू बहुत सीधा ,सच्चा और सरल स्वभाव का था ,वही संजू बहुत ही चालाक, लालची और धूर्त था ।उसने चालाकी से राजू की सारी खेती की जमीन हड़प ली थी और उसे खेती के लिए थोड़ी सी बंजर जमीन दे दी थी। लेकिन राजू को भगवान पर पूरा भरोसा था। इसलिए वह संजू से कुछ भी नहीं कहता था ।एक दिन उस गांव में एक बहुत ही बड़े गुरु जी आए। सभी ने उनका बहुत नाम सुन रखा था। उनकी भविष्यवाणी कभी झूठी नहीं निकलती थी। वे साधु महाराज घूमते _घूमते राजू के खेत में पहुंचे और राजू को देख कर बोले आज से ठीक 1 हफ्ते बाद तुम्हारी जमीन पर धन की वर्षा होगी ।गुरुजी की बात सुनकर राजू हाथ जोड़कर बोला महाराज यह तो बंजर जमीन है यहां धन क्या एक पौधा तक नहीं आता ।गुरु जी महाराज ने कहा मेरी भविष्यवाणी कभी झूठी नहीं जाती। इतना कहकर गुरुजी वहां से चले गए। संजू यह सब बातें सुन रहा था। उसे पता था गुरु जी ने जो भी कहा है वह सब सच होगा ।वह रात भर धन पाने का उपाय सोचता रहा और सुबह होते ही राजू के घर जाकर बोला "भाई मैं अपने किए पर बहुत शर्मिंदा हूं। मैंने सारी जमीन हड़प कर तुम्हें यह बंजर जमीन दे दी थी ।आज मैं अपने पाप का प्रायश्चित करना चाहता हूं। मैं अपनी सारी जमीन तुम्हारे नाम कर रहा हूं और तुम यह अपनी बंजर जमीन मुझे दे दो ।"यह सुनकर राजू बोला कोई बात नहीं मैंने तुम्हें माफ कर दिया। बंजर जमीन लेकर तुम क्या करोगे ? लेकिन संजू के बहुत जिद करने पर राजू ने अपनी बंजर जमीन संजू के नाम कर दी और संजू के खेत राजू के नाम हो गए।
ठीक एक हफ्ते बाद संजू बहुत खुश था कि आज जमीन से गड़ा हुआ धन निकलेगा या कुछ और होगा, लेकिन गुरु जी के बताए अनुसार आज जमीन पर धन तो होगा ही ।लेकिन पूरा दिन निकल गया। बहुत खुदाई करने के बाद भी वहां से कोई धन नहीं निकला। संजू को अपने ऊपर गुस्सा आने लगा। इतने में वही गुरु जी महाराज वहां पर आ गए ।संजू ने गुरु जी से कहा महाराज आपके बताए अनुसार यहां पर कोई भी धन की वर्षा नहीं हुई। गुरुजी बोले मैंने राजू से कहा था कि तुम्हारी जमीन पर धन की वर्षा होगी और राजू की जमीन देखो। उसके लहराते खेत ही उसका धन है। गुरुजी की बात सुनकर संजू अपना सिर पकड़ कर बैठ गया ।गुरुजी ने संजू से कहा यह तुम्हारे लालच का फल है लेकिन जो तुमने सुबह से जमीन की खुदाई करने में मेहनत की है ,वह भी बेकार नहीं जाएगी ।इस जमीन में बीज बो दो ।तुम्हारी मेहनत का फल भी तुम्हें मिलेगा। संजू अपने किए पर बहुत शर्मिंदा था ।अब उसने जान लिया था कि लालच बुरी बला है।।