एक दिवस ओको एक बचपना को रामलाल नांव को संगी ओला भेटन आयव. एक दिवस ओको एक बचपना को रामलाल नांव को संगी ओला भेटन आयव.
बनाये और मेरे आंगन में फिर से किसी नव जीवन का आविर्भाव हो।। बनाये और मेरे आंगन में फिर से किसी नव जीवन का आविर्भाव हो।।
"खेत मां बांदर आएगे हैं जल्दी जाओ। सब नास किहे डार रहे हैं। " "खेत मां बांदर आएगे हैं जल्दी जाओ। सब नास किहे डार रहे हैं। "
किसान बहुत अच्छा था। वह बैलों की भी खूब सेवा करता। रोज़ हरी-हरी घास खिलाता। उन्हें नहलाता फिर उनकी मा... किसान बहुत अच्छा था। वह बैलों की भी खूब सेवा करता। रोज़ हरी-हरी घास खिलाता। उन्हे...
‘‘दीना भाई मुझे छोड़ दो....छोड़ दो...’’ चिडि़या आदमियों की तरह बोली। ‘‘अरे वाह तुम तो हम लोगों की तर... ‘‘दीना भाई मुझे छोड़ दो....छोड़ दो...’’ चिडि़या आदमियों की तरह बोली। ‘‘अरे वाह त...
कंडक्टर ने आगे बढ़कर बेल बजाईं, किसान ख़ुश होते हुए बस से उतर कर कंडक्टर और ड्राइवर का आभार प्रकट किय... कंडक्टर ने आगे बढ़कर बेल बजाईं, किसान ख़ुश होते हुए बस से उतर कर कंडक्टर और ड्राइ...