क्या है सच?
क्या है सच?


"आज फिर से हर जगह दिये जलाए गए हैं लेकिन इस कोने में क्यों उजाला नहीं हुआ है?"पिताजी दिव्या से यह सवाल करते हुए रस्ते से गुजर रहे थे।और तभी उस वक्त एक आदमी वहां से गुजरते हुए बोला "वाह क्या रोशनी थीं त्योहार तो हर पल यहां पर ही होता है।"