खत
खत
अनिता की शादी को पूरे 10 साल हो गए थे। लेकिन फिर भी रवि की याद को दिल से मिटा ना पाई।
आज जब मयंक से झगड़ा हुआ, ना जाने क्यों रवि बहुत याद आ रहा था।
अनिता ने पेपर और पैन लिया और एक खत लिखा ,जिसमे दिल की हर बात लिखनी चाही थी कि कैसे वो उसे आज भी याद करती है। मयंक के साथ उस का जिस्म तो है पर रूह कहि रवि के पास ही छूट गयी। हँसती तो आज भी है, पर खिलखिलाना भूल गयी।
सोचा था कि रवि को दिल का हाल बताऊँ।
पर वो खत लिखा और लिख कर कभी भेजा ही नहीं, क्योंकि रवि दिल में तो था पर पता उस के पास था ही नहीं।