कौलेज के दिन Part 2
कौलेज के दिन Part 2
सर मैं झुठ़ नहीं बोल रहा हूं।
लड़की से , कृपया मुझे झुठ़े ही गलत मत बोलो।
सर लड़की को बाहर जाने का इशारा करते हुए बोलें तुम जाओ इसे हम देखते हैं।
देख बच्चे मुझे तु समझदार लगता है इसीलिए तुझे प्यार से अब तक पुछता रहा हुं तेरी जगह कोई और होता ना तो तो लड़की के कहते ही पिटाई कौलेज से छुट्टी के साथ साथ पुलिस को भी सूचित करता अभी भी समय है तेरे पास बता दें उसे फोन क्यु किया और क्या कहां
सर आपको मैंने जो हुआ वो सब पहले ही बता दिया है, फोन गलती से लग गया फिर भी माफी चाहूंगा सर।
(जोर से तीन चार चांटा मारते हुएं)
तु ऐसे नहीं मानेगा रुक
मुझे ऑफिस के कोने में बैठा दिया और सर कुछ फाइलें पलटतें हुएं बाहर गए।
Part 3 coming soon