मन की शक्ति
मन की शक्ति
करनी है अगर लक्ष्य, की प्राप्ति तो।
पहले अपने मन, को काबू में करना।
सारी चिंताए कम हो जाये गी आपकी।
जब मन, की शक्ति बढ़, जाये गी।
मन की सकती। बढ़ाने, ने के लिए,
हमें स्वंय, ही खुद को बदल ना होगा।
होगा भटकते विचारों,को बांधकर हमें,
हर रोज कुछ वक़्त, साधना जप तप।
ध्यान, पर देना होगा,ये। जीस से,
हमारी ज़िंदगी, जो बदल सकती है।
खुद का खोया हुआ विश्वास पा सकते,
है इस नियंत्रण से ही तो हमें सफलता।
ओ की सीढ़ी मिलती है अगर मन और,
गुस्से पर खुदका काबू नहींतो आपको।
जरूर ध्यान, करना। चाहये ध्यान एक,
ऐसी दिव्यशक्ति है जिसके दर्शन, हम।
अपने आप कर सकतें, है आँखे,बंद।
कर साधना करते, हुए, मन की शांति।
हमें तब प्राप्त होती, है जब निराशा।
ओ के, बंधन से हमें मुक्ति मिलती है।
सारी चिंताए कम हो जायेगी आपकी।
जब मन की शक्ति बढ़, जायेगी।