आत्मबल
आत्मबल
अपनी मानसिकता को विकसित कर
मान अपना बढ़ाना तुम
अपनी उदासीनता को दूर कर
खुल कर मुस्कुराना तुम
दिल के हर राज को खोलकर
सबसे मन की बात कहना तुम
अच्छे हो या हो बुरे ख्याल दिल में
किसी न किसी से जरूर बताना तुम
जो तुम्हें समझे और समझा सकें
किसी ऐसे को मित्र बनाना तुम
जो बढ़ाये तुम्हारा हौंसला
आत्मबल को न गिरने दें
ऐसा इंशान हो पास तुम्हारे
जो मानसिक अवसाद से न घिरने दे।
अपनी मानसिकता को विकसित कर
मान अपना बढ़ाना तुम
अपनी उदासीनता को परे कर
खुल कर मुस्कुराना तुम
हो लाख भले ही कठनाइयाँ
या मुसीबत से हो घिरे
मन को न अपने विचलित कर
शांत हो सोचना तुम
अंधकार भरे हुए में भी
होगी रोशनी की एक किरण
उस किरण का सहारा ले
आत्मबल बढ़ाना तुम
इस तरह श्री कृष्ण ने अपनी परम
भक्त सुखिया का उद्धार किया।