STORYMIRROR

KARAN KOVIND

Romance Fantasy Thriller

4  

KARAN KOVIND

Romance Fantasy Thriller

कैटरीना दी लिप्पी पार्ट २

कैटरीना दी लिप्पी पार्ट २

7 mins
306

इटली की हसीन वादियां और नायाब सुंदरता जगह जगह पर सुंदर सुंदर मूर्तियां और कला का प्रचार हो रहा था इस वक्त सेर पियरो और कैटरीना दा मियों लिपी शहर से दूर अपने गांव विंची में रहने लगे। 

एक एकांत में घर चारों तरफ कुछ पेड़ पौधे दूर तक हरे घासों का चारागाह और पीले फूलों वाले पेड़ जो की घर के चारों ओर लगे थे और पास से गुजरती हुयी एक नदी जिसके बहने की आवाज छल छल मनो प्रतिपल धीरे मंद ध्वनि में बहती हो उसी वातावरण में कैटरिना था मियों लिप्पी न जाने क्यों बहुत ज्यादा खुश लग रही थी । अभी उसने चाय बनायी है और वह उसे पियरो को देने के लिए कमरे जाती है। जहां अभी वह सो रहा है ।उसे जगाने के बाद उसे चाय देकर बहुत खुशी बोलती है ।क्या आपको पता है।

पियरो- आश्चर्य से क्या

कैटरीना -तुम्हें पता है मेरे प्रिय मैं मां बनने वाली हूं। 

और फिर वह रूम के बाहर बने खिड़की के पास जाकर वादियों की ओर देखते हुए कहती हैं। अब हमारे बीच हमारा बच्चा आने वाला है ।

सेर पियरो- बिस्तर से उठकर लिप्पी को बांहों में भर कर बोलता है देखना हमारा बच्चा दुनिया सबसे अच्छा बच्चा होगा और हम उसे वो सारी खुशियां देंगे जो उसे चाहिए।

इतना कहने के बाद खुशी से एक दूसरे को देखते हैं। और किस करते हैं। 

दोनों टेबल पर बैठकर नाश्ता करते हैं । और सेर पियरो को सुनवायी के सिलसिले में शहर जाना था चूंकि वह एक वकील था तो उसे गांव से शहर जाना पड़ता था और तैयार होता है और लिप्पी उसे विदा लेती है और उनकी नजरे एक दूसरे को एक टक देखती है। जैसे वो पल भर की खुशी वो क्षण भर का प्यार हो अंततः और फिर लिप्पी बोलती है जल्द लौटना मेरे प्रिय 

पियरो- तुम रात के खाना बनाकर रखना मैं जल्दी ही आऊंगा 

सेर पियरो अपनी बैलगाड़ी से शहर की ओर चल पड़ता है।

गांव से शहर कि दूरी कम से कम २०किमी थी और पियरो को जंगलों से जाना पड़ता था । उस वक्त काफी चर्चा में चल रही थी की फ्लोरेंस में कुछ परजीवियों को देखा गया और जो कि उस वक्त इटली की अखबार में पहले पेज पर ही प्रकाशित हो रही थी । पियरो जब जंगलों से होकर जा रहा था उसने कुछ अजीब आवाजें सुनी जो की कागज के पन्नों की कड़कड़ाहट की थी उसने बग्घी से बाहर देखा तो बहुत सारे पन्ने बिखरे हुए थे । जैसे आसमान से किसी किताब को निर्ममता से फाड़कर फेंक दिया उस किताब के सारे पन्ने फाड़ दिये गये सिवाये एक के जिसपर कुछ तस्वीरें बनी थी या मानो की कुछ अजीब आकृतियां जिन्हें समझ पाना बहुत मुश्किल था लेकिन उनमें से एक तस्वीर पर एक फोटो बनी थी जिस पर लिखा था imagination उसने उस किताब को उठा लिया और बाकी सारी तस्वीरें अचानक गायब हो गयी ।

वह तस्वीर पियरो को इतनी पसंद आयी की उसने उसे अपने पास रख लिया और शहर की ओर चल पड़ा जिस रास्ते से वह जा रहा था उसके चारों ओर बड़े बड़े पेड़ थे और बहुत ही भयावह नजारों से भरा था उसी बीच किसी को आभास नहीं था लेकिन दूर एक पेड़ की शाखा पर बैठा एक अजीब प्राणी (एलियन) (परजीवी) अजीब सा दिखने वाला उसे देख रहा था तेज हवाओं और किताबो के पन्नों को बिखरना सबकुछ उसी के द्वारा किया गया था पियरो कोर्ट पहुंचता है। और सुनवायी के पश्चात वह कोर्ट के बाहर अपने कुछ मित्रों से मिलता है। जो आपस में बात कर रहे थे। उनका मुख्य टापिक यही था कि आज कल कुछ अजीब अजीब हरकतें होती है ।शायद कुछ अजीब प्राणीयो के बारे में थी। 

पियरो घर लौट रहा होता शाम होने को थी और सुनसान रास्ते जो बिल्कुल सन्नाटों से भरा था और पियरों ने सुबह ही एक अजीब घटनाओं जैसे अचानक आंधियों का आना बादलों का घड़घड़ाना और फिर किताब के पन्नों की तेज रफ्तार में बिखरना और इधर उधर उड़ना ये सारी चीजें उसकी पुरानी यादों को ताजा कर रही थी वह कुछ समय पहले इन्हीं चीजों के शोध कार्य में लगा रहता था और पर जीवियों के बारे में जानना चाहता उसके माता उसे हमेशा इसके लिए मना करती थी क्योंकि उसके पिता कि मृत्यु भी इन्हीं चीजों के खोज में ही हो गयी थी पियरो काफी गहरी सोच में पड़ जाता है और फिर वह अपने जेब में रखे उस किताब की पेंटिंग और अपने पिता द्वारा दी एक पेन जिसे वह कभी इस्तेमाल नहीं करता था दोनों को बाहर निकालता है जिसे उसने जंगल से उठाया था वह उसे ध्यान से देखता है। उस तस्वीर में एक दरवाजा बना हुआ था और उसके उपर लिखा था imagination उसे ज्यादा देर तक देखने के बाद उसका सिर थोड़ा चकराने लगा और उसके साथ ऐसा कुछ हुआ जैसे उसके ऐसा लगा कि वह उस दरवाजे के सामने खड़ा है और दरवाजे के अंदर उसे कोई पुकार रहा हो लेकिन उसकी चेतना वापस आती है और तब तक वह घर पहुंच चुका था । वह बग्घी से उतारता है और घर के अंदर जाता है । अंदर जाने के बाद 

लिप्पी- सीढियो से उतारते हुये बोलती है। मेरे प्रिय आप आ गये 

पियरो- लिप्पी को गले लगा उसे अपने हाथों में लिये बैग को देता है और उसे उस तस्वीर के बारे में बताता है दोनों टेबल पर बैठ जाते हैं और लि्प्पी को वह पेंटिंग वाली किताब इतनी पसंद आती है कि वह उसे एक फ्रेम में लगाकर उसे दीवार में लगा देती है। दो नो खुश थे और रात के खाने के बाद सोने लगते है।दोनों जैसे ही सोते हैं घर के बाहर एक बहुत तेज और एकाएक उजाला करने वाला एक टूटते तारे की तरह रफ्तार में एक रोशनी उनके घर में आकर गुम हो जाता है । उसी रात तेज बारिश और बादलों की घड़घड़ाहट के साथ बिजलियों कि कड़कड़ाहट जारी थी ये कैसा समय था क्या कोई भयानक काल का आना था कि किसी प्रकार कि अशुभ होने के संदेश 

लिप्पी सो रही होती है। कि उसे एक सपना आया है ।

सपने में देखती है विशाल अनंत एक राज्य है। वहां पर हर एक वस्तु जादुई थी बड़े बड़े, पेंटिंग्स थी जो बोल सकती और खुद ही किसी भी प्रकार की हरकतें कर सकती थी पेड़ पौधे थे जिनकी टहानियों पर पेंटिंग टंगे थे जिनसे हम फल मांग कर खा सकते थे । और उन पेड़ों की पत्तिया हर पल अपना रंग बदल सकती थी । वहां घर की जगह खूब बड़े बड़े पेंटिंग्स बने होते थे। जिनपर सुंदर सुंदर घर के चित्र बने थे और दरवाजे थे । जिन से हम उन पेंटिंग के अंदर जा सकते और जैसे ही कोई उस पेंटिंग के दरवाजे को खोलता है वह खुद को उसके अंदर एक विशाल घर के अंदर पाता है। जहां पर अलग अलग कमरे थे और खिड़कियां थी जो कि अलग अलग लोकों के जाने का दरवाजा था जहां से इंसानों का लोक देखा जा सकता और अन्य लोकों का दृश्य देखा जा सकता था। जैसे वह घर से बाहर निकलती है वह‌ घर एक पेंटिंग में तबदील हो जाती और दूर तक बस ऐसे ही एक समूह में पेंटिंग बनी थी जो की उसके सपने

 में बने घर थे जो की पेंटिंग थी वहाँ के लोगों की वेशभूषा बिल्कुल अलग थी सर पर टोपी और लम्बी लम्बी डांडिया छोटे कद के लोग नाक थोड़ा लम्बी हाथ में छः अंगुलियाँ थी और उनके हाथों में एक बैग था साथ में एक जादुई छड़ी थी 

अगली सुबह जैसे ही उसकी आंखें खुली उसकी आंखें सीधा उस पेंटिंग पर पड़ती है जिसे उसने कल दीवार पर लगायी थी वह एक लम्बी सांस भरती है ।और फिर उठकर अपने घुँघराले बालों को बंधती है ।और फिर बिस्तर से उतर कर आंगन की ओर कुछ विमर्श करते हुये चली जाती है। और फिर वह एक टेबल पर बैठ कर कुछ उन सपनों और तस्वीर के सम्बन्ध में सोच रही होती है। कि तभी उसे यकायक चक्कर सा आने लगता और फिर वह पियरो के पास जाकर उससे कहती हैं।

लिप्पी - पियरो उठो मुझे कुछ अजीब फील हो रहा है। क्या तुम किसी डॉक्टर को बुला सकते हो

पियरो- तुरंत उठकर क्या हुआ प्रिये

वह डाक्टर को बुलाता है। उसके चेकअप करने के बाद अंततः पता चलता है कि उसे जल्द ही बच्चा होने वाला है। पियरो इस बात को सुनकर बहुत खुश था।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Romance