जन्मस्थान
जन्मस्थान
मेरा जन्म रेनुकूट में हुआ था। जहाँ मेरे पापाजी बिरला की फैक्ट्री में कार्बन सेटर थे। मैं छह बहन - भाई में सबसे छोटी थी। हम जहाँ रहते थे। वहाँ हर चीज़ आसानी से मिलती थी या ये कहे कि बिरला ने वहाँ अपना सब कुछ खोल रखा था। जैसे - बाज़ार, हस्पताल, स्कूल, लाइब्रेरी, सिनेमाघर, मंदिर, बैंक, रेलवे स्टेशन और भी बहुत से कार्यालय जो आम लोगों के जरुरत के लिए अतिआवश्यक होते है।
मैंने ही नहीं मेरे सभी भाई-बहनों ने भी वहीं से बारहवीं तक की शिक्षा पूरी की।
उसके अत्यधिक विकास के कारण ही उसे मिनी बाम्बे भी कहा जाता था। मैं बहुत कुछ बताना चाहती हूँ, पर जितना भी अपने जन्म स्थान के बारे में लिख दूं वो तब भी कम ही है।
मैं अब भी रेनुकूट जाती हूँ, क्योंकि वहाँ पर मेरी बड़ी दीदी रहती है। मेरी बहुत सी स्कूल की सहेलियाँ भी वहीं रहती है। जिससे मैं उनसे मिल भी लेती हूँ।
मुझे मेरा बचपन और उस जगह से बहुत प्यार है।