मैं सोच में पड़ गई कि वे पहले सच बोल रहे थे, या अब। मैं सोच में पड़ गई कि वे पहले सच बोल रहे थे, या अब।
मेरा जन्मस्थान और मेरी यादें मेरा जन्मस्थान और मेरी यादें
सब बातें करते रहे पर कनक चुप ही थी, कनक तुम पार्क आया करो मैं मिलवाती हूँ अपनी सहेलियों से तुम्हें ... सब बातें करते रहे पर कनक चुप ही थी, कनक तुम पार्क आया करो मैं मिलवाती हूँ अपनी ...
वृंदा की बात सुनकर आर्या बोली भाई वाह क्या प्रवचन दिया और फिर सब ठहाके लगाने लगे। वृंदा की बात सुनकर आर्या बोली भाई वाह क्या प्रवचन दिया और फिर सब ठहाके लगाने लगे...
सभी के मुँह खुले रह गए और रितु का मुस्कुराता चेहरा दिव्य, मानों उसने बुद्धत्व को प्राप्त कर लिया। सभी के मुँह खुले रह गए और रितु का मुस्कुराता चेहरा दिव्य, मानों उसने बुद्धत्व को...
न जाने क्यों, उस दिन मौसम भी बड़ा प्यारा सा लग रहा था। दरवाज़े पर ही माया मिल गई। न जाने क्यों, उस दिन मौसम भी बड़ा प्यारा सा लग रहा था। दरवाज़े पर ही माया मिल गई।