जिन
जिन


चारों ओर चहल पहल, खुशियां थी, लोग नाच रहे थे, घर में शुभ विवाह का हर्षोल्लास था| तभी लड़के के बुआ को कुछ काम मिला तो उन्हें बाहर जाना पड गया, वो मस्त ख़ुशी खुशी जा रहीं थीं तभी उन्हें कुछ सुगंध आईं और वो अपने आवाज़ को रोक ना सकी और कह गई "वाह ये खुशबू" यह शब्द कहने के बाद वे एक लाल कपड़ा को कुचल कर निकल रहीं थीं और तभी वो बेहोश हो गई|
कुछ समय पश्चात् लोग उनसे ढूंढ़ते ढूंढ़ते वहां पहुंच गए और उन्हें घर ले गए, जब बुआ ने आंख खोली तो उनकी आंखों से खून निकल रहा था और वो एक ही शब्द बोल रहीं थीं कि "मुझे क्यों टोका"। लोगों ने यह समझने में देर ना लगाईं की बुआ के शरीर में किसी ने कब्ज़ा कर लिया है। वह एक जिन था।
वो जिन बुआ के शरीर को नुकसान पहुंचाने की बहुत कोशिश करता था। कई डॉक्टर और तांत्रिक के पास ले जाया गया उनको पर उस जिन ने उन्हें आज़ाद नहीं किया।