तो उन्होंने देखा की राज दुल्हन बन कर बैठा है। तो उन्होंने देखा की राज दुल्हन बन कर बैठा है।
उस गांव से खून की प्यासी चुड़ैल का साया भी हमेशा हमेशा के लिए हट गया..... उस गांव से खून की प्यासी चुड़ैल का साया भी हमेशा हमेशा के लिए हट गया.....
सुगंधा आँखे बंद व मंत्रो का उच्चारण शुरू हो गया। सुगंधा आँखे बंद व मंत्रो का उच्चारण शुरू हो गया।
और कब्र के अंदर से हलकी हलकी वजीरा की आवाजे आती है। और कब्र के अंदर से हलकी हलकी वजीरा की आवाजे आती है।
मैं बुरी तरह भटक चुका था, मोबाइल में नेटवर्क गायब था. मैं बुरी तरह भटक चुका था, मोबाइल में नेटवर्क गायब था.
निष्ठा अब अपने असली रूप में आ गई! जो बहुत ही डरावना था. निष्ठा अब अपने असली रूप में आ गई! जो बहुत ही डरावना था.
इस प्रकार काया की आत्मा हमेशा के लिए मुक्त हो जाती है। इस प्रकार काया की आत्मा हमेशा के लिए मुक्त हो जाती है।
अब तीन दिन के लिए यही किला उनकी दुनिया था ! अब तीन दिन के लिए यही किला उनकी दुनिया था !
"नमस्कार, पुलिस स्टेशन। महोदय। यहां एक महिला के कान मिले हैं।” "नमस्कार, पुलिस स्टेशन। महोदय। यहां एक महिला के कान मिले हैं।”
मैं सुगंधा पेशे से वकील हूं। डाइवोर्स केस लेती हूं। मैं सुगंधा पेशे से वकील हूं। डाइवोर्स केस लेती हूं।
"बहू ,तुम्हारा इस घर में हार्दिक स्वागत है । अपने शुभ क़दमों से इस घर में प्रवेश करो ।" "बहू ,तुम्हारा इस घर में हार्दिक स्वागत है । अपने शुभ क़दमों से इस घर में प्रवेश ...
सोलह साल की उम्र अपरिपक्व ही होती है। सोलह साल की उम्र अपरिपक्व ही होती है।
कभी कभी वो रात और वो मंज़र याद आता है तो मेरा दिल दहल उठता है आखिर वो क्या था? कभी कभी वो रात और वो मंज़र याद आता है तो मेरा दिल दहल उठता है आखिर वो क्या था?
मैं अब एक कैदी बन चुका हूँ तथा इस असीम अंधेरे में आजादी की एक किरण की आस में जी रहा हूँ। मैं अब एक कैदी बन चुका हूँ तथा इस असीम अंधेरे में आजादी की एक किरण की आस में जी ...
अमित ने उन्हे वो स्तंभ दिखाया जहां संस्कृत भाषा में बहुत कुछ लिखा हुआ था. अमित ने उन्हे वो स्तंभ दिखाया जहां संस्कृत भाषा में बहुत कुछ लिखा हुआ था.
क्यूँ ना हम उस कब्रिस्तान में रात होने पर वहां जा के ओउजा बोर्ड खेले? क्या बोलते हो? " क्यूँ ना हम उस कब्रिस्तान में रात होने पर वहां जा के ओउजा बोर्ड खेले? क्या बोलत...
हम जानते हैं कि अब आप यहां नहीं आएंगे। आपकी फीस आपकी गाड़ी की सीट पर रखी है। हम जानते हैं कि अब आप यहां नहीं आएंगे। आपकी फीस आपकी गाड़ी की सीट पर रखी है।
मालकिन थोड़ा आश्चर्य सा हो रहा है मुझे.. हवेली जैसा इतना बड़ा घर और इतना सस्ता"? मालकिन थोड़ा आश्चर्य सा हो रहा है मुझे.. हवेली जैसा इतना बड़ा घर और इतना सस्ता"?
मिश्रा जी रिटायर्ड प्रोफ़ेसर हैं। दो दिन पहले ही अचानक से वे घर में बेहोश होकर गिर पड़े। मिश्रा जी रिटायर्ड प्रोफ़ेसर हैं। दो दिन पहले ही अचानक से वे घर में बेहोश होकर गि...
बचपन से ही ख्वाहिश थी बड़े से बंगले में रहने की। बचपन से ही ख्वाहिश थी बड़े से बंगले में रहने की।