STORYMIRROR

Navpreet Kaur

Drama Romance

3  

Navpreet Kaur

Drama Romance

इश्क़ की जंग भाग - 11

इश्क़ की जंग भाग - 11

5 mins
223

गतांक से आगे :-


अक्षय के पास नमन आया और कहा, "अक्षय उसके साथ उसक भाई भी है। याद है न परसो उसने उस पियूष क साथ क्या किया था। और यार वैसे भी वो तेरी टाइप की नहीं है। ऊपर से उसका धर्म भी अलग है।"

अक्षय ने कुछ नहीं कहा और अपने पापा के पास चला गया। साडी लाइट्स ऑन हो गयीं और सब लोग अब अयान और कायनात से मिलने लगे। कायनात को अब घुटन हो रही तह तो वो श्रेया और आइशा के पास आ गयी। श्रेया बोली, "वाह यार! तू तो लाइमलाइट बन गयी पार्टी की।"


कायनात ने उस नहीं कहा और फीकी तरह मुस्कुरा दी। वो श्रेया से थोड़ देर बा बोली, " श्रेया हम चलती हैं अब । हमारा अब सिरदर्द हो रहा है। हम अगर ज्यादा देर यहाँ रहे तो बेहोश हो जायेंगे। "

तो श्रेया बोली, "ठीक है जाओ पर हाँ कल कॉलेज आ जाना। "


कायनात बोली , "हाँ !"

इतना बोल कायनात अयान को जाने का इशारा कर देती ही तो अयान भी हाँ में सिर हिलाता है और उसे बाहर गाड़ी के पास जाने को कहता है। तो वो चली जाती है और अयान अमित जी के पास जाता है। अयान कहता है, "मिस्टर देशममुख अब हम चलते हैं। हमें इजाजत दें।"


तो अमित जी बोले, "आपका धन्यवाद् जो आप लोग आये। "

अयान मुस्कुराकर चला जाता है। तभी वो रुक जाता है और कुछ सोचकर वापिस उनके पास आता। अयान अमित जी से बोला, "मिस्टर देशमुख मैं आपके भतीजे अक्षय देशमुख से मिलना चाहता हूँ।"


अमित जी सामने की तरफ इशारा करते हुए बोले, "अक्षय वो रहा। पर क्या बात है? हमें बता दीजिये।"

तो अयान बिना कुछ बोले अक्षय के पास चला गया। वहां अक्षय क पास नमन खड़ा था। अयान अक्षय से बोलै, "मिस्टर अक्षय देशमुख आप ही है न ?"


अक्षय बोलै, "जी हाँ!"

अयान नमन की तरफ देखते हुए बोलै, "मुझे आपसे अकेले में बात करनी है मिस्टर देशमुख।"


तो नमन वहां से नौ दो ग्यारह हो गया। अब अयान बुला, "मैं जानता हूँ कि आप काया को पसंद करते हैं। पर इसे सिर्फ अट्रैक्शन तक समिति रखियेगा , इश्क़ तक मत ले जाइयेगा। क्यूंकि आपका प्यार मुक़्क़मल नहीं होगा 

तो अक्षय मुस्कुराते हुए बोला :-


"वो इश्क़ ही क्या 

जो मुक़्क़मल हो जाये।"


तो अयान बोला, "बहुत दर्द मिलेगा तुम्हें अक्षय । बात को समझो।"

अक्षय फिर बोला:-


"वो दर्द ही क्या जो 

इश्क़ में ना मिले। "


अयान फिर गहरी सांस लेक बोला, "अगर कायनात को भी तुमसे इश्क़ हुआ तो बहुत मुश्किलें होंगी इस पल मेरी बात को समझो!"

अक्षय फिर बोला:-


"वो इश्क़ ही क्या 

जो आसानी से मिल जाये। 

अब भी आप कुछ कहना चाहेंगे भाईजान?"


तो अयान बोला, "मैं दुआ करूंगा अक्षय की तुम्हारा इश्क़ मुक़्क़मल हो क्यूंकि मुझे तुम्हारी आँखों में सच्चाई दिखती है। मैं तुम्हारे साथ हूँ लेकिन अगर कायनात तुम्हारे कारण रोई तो कसम उस खुदा की जिस हाथों ने आपकी मदद की होगी वही हाथ आपका कत्ल करेंगे। और हम तीनों भाई आपके साथ होंगे।"

अक्षय बोला, "भाईजान मैं कभी ऐसी नौबत ही नहीं आने दूंगा कि कायनात को मेरे कारण रोना पड़े।" 


अयान मुस्कुराते हुए उसे गले लगाता है और उसके कान में बोलता है, "वैसे कायनात को शाहरुख़ खान से ज्यादा अक्षय कुमार पसंद है।"

आयान मुस्कराते हुए चला जाता है और अक्षय पीछे बस मुस्कुराये ही जा रहा था। अयान बाहर आया और कयनात के साथ में बैठकर कार को घर की तरफ ले गया। थोड़ी देर बाद कार पैलेस की पार्किन में रुकी और अयान ने बिना कायनात की तरफ देखे कहा, "वैसे अक्षय इतना बुरा भी नहीं है। आगे से कोई जवाब ना मिलने पर उसने क़ायनात की तरफ देखा तो क़ायनात सो चुकी थी। अयान मुस्कुराया और उसे अपनी गोद में उठाकर रूम तक ले गया। उसे सुलाकर वो भी अपने कमरे में सोने चला गया। 


DESHMUKH HOUSE


अक्षय अभी भी मुस्करा रहा था। उसके पास नमन आया और बोला, "क्या हुआ ब्रो उसके भाई ने तेरा अपनी बहन के लिए हाथ मांग लिया क्या?" 

तो अक्षय ने उसे सब कुछ बता दिया। नमन उसे आंखें फाड़कर देख रहा था तभी अक्षय को किसी ने बुला लिया और वो वहां चला गया। नमन भी बाकी दोस्तों के पास चला गया। सगाई खत्म हुई। लड़की वाले चले गए। मेहमान भी चले गए। रात के 12:30 बज गए थे। अक्षय भी सोने के लिया जा रहा था कि अमित जी ने उसे रोका और कहा, "वो अयान शेख तुमसे क्या बात कर रहा था?" 


तो अक्षय उबासी लेते हुए बोला, "कुछ खास नहीं ताऊ जी। वो बस यही कह रहे थे कि उनकी बहन क़ायनात का ध्यान रखूं क्यूंकि हम एक ही कॉलेज में हैं। उसके भाई उसकी काफ़ी फिक्र करते हैं।" 

अमित जी ने जवाब में सिर्फ हम्म कहा। वहां शिल्पा जी के दिमाग में कुछ चल रहा था। वो अपने शब्दों में शहद घोलते हुए बोलीं, " अक्की बेटा! क़ायनात को कभी - कभी घर ले आना। वो भी हमारे परिवार से थोड़ा मिल जुल लेगी। अंकुर और उसकी दोस्ती................... "


अक्षय शिल्पा जी की बात को समझ गया तो वो उनकी बात को बीच में काटते हुए बोला, "उसके पापा अपने धर्म को लेकर काफ़ी सख्त हैं। तो जो भी सोच रहीं हैं उस सोच को रोक दीजिए। "

इतना बोल अक्षय वहां से चला गया और शिल्पा जी को वापिस चुप करा दिया। कमरे में आकर अक्षय ने फोन उठाया और उसमें गैलरी खोली। उसमें क़ायनात की काफ़ी फोटोज़ थीं जो कि उसने सगाई में खींची थी। कुछ कॉलेज की थीं। उसने खुद से कहा, " क़ायनात तुम अब मेरी क़ायनात बन चुकी हो!" 


क़ायनात के ख्यालों में अक्षय सो गया। 


CONTINUED........







Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama