" इच्छाधारी स्पाइडर मैन "
" इच्छाधारी स्पाइडर मैन "
दोस्तों सुपर हीरो तो सभी को अच्छे लगते हैं। बचपन से हम सुपर हीरो के बारे में सुनते आए हैं, पढ़ते आए है। उनके कारनामे देखना सबको अच्छा लगता है। वह ऊंची ऊंची छलांग लगाना, एक बिल्डिंग से दूसरे बिल्डिंग पर जाना, कभी दीवारों पर चलना, कभी छप्पर फाड़ के निकलना! कितनी रोमांचित कर देती है ये सारी बातें । यही कारण है कि सुपर हीरो की मूवीस हम फैमिली के साथ बैठकर देख सकते हैं। ये बच्चों के तो फेवरेट हैं ही, लेकिन सभी उम्र के लोग भी इन्हें पसंद करते हैं। चलिए तो कहानी शुरू करते हैं ।
जैसा कि हम जानते हैं पीटर पारकर को बचपन में एक मकड़ी काट लेती है। जिससे उसके अंदर स्पाइडर की ताकत आ जाती है। इसके अलावा उसके शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं। वह मकड़ी की तरह किसी भी सतह पर चलने में सक्षम हो जाता है। उसमें और भी अद्भुत शक्तियां आ जाती है। कोई भी अनहोनी घटना घटित होने से पहले उसके बारे में उसे पता चल जाता है। जिससे वह दुश्मनों से भिढ़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है।
एक दिन स्पाइडर-मैन का एक बहुत ही शक्तिशाली आदमी के साथ मुकाबला होता है। काफी देर की जद्दोजहद के बाद स्पाइडर-मैन जीतने वाला होता है । तभी वह रूप बदलकर एक नाग बन जाता है और स्पाइडर-मैन को काट लेता है। उसे कुछ समझ में नहीं आता है कि वो इंसान से सांप कैसे बन गया? तभी वह बोलता है की मैं एक इच्छाधारी नाग हूं। तुम्हें काटने के बाद अब तुम जीवित नहीं बचोगे और मर जाओगे।
कोई भी आम इंसान को अगर नाग काट ले तो सम्भवत: उसकी मृत्यु हो जाएगी! लेकिन स्पाइडर-मैन के पास तो अनगिनत शक्तियां थी इसलिए नाग के काटने पर भी वह सिर्फ कुछ देर के लिए बेहोश हो जाता है। उसका पूरा शरीर नीला पड़ जाता है।
लेकिन दो घण्टे के बाद जब उसे होश आता है, तो वह खुद को बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली महसूस करता है। जब वह पानी में अपना प्रतिबिंब देखता है तो उसे पता चलता है कि उसकी आंखें सांप की जैसी हो गई है! उसके भीतर मकड़ी के साथ सांप की भी शक्ति आ गई है।
पीटर की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। वह मन ही मन सोचता है, अब वह रूप बदलकर किसी भी दुश्मन के अड्डे पर जा सकता है और उसका खात्मा कर सकता है। वो जैसा सोचता है, होता भी ठीक वैसा ही है। अपने हाथ से जाले बनाकर वो किसी भी इमारत पर चढ़ जाता और फिर अपना रूप बदलकर दुश्मन को मात दे देता। उसे यह सब करने में बहुत मजा आता है।
एक दिन अपना रूप बदलकर पीटर अपने एक वैज्ञानिक दोस्त ऐडम के पास जाता है। वह उसका खास दोस्त होता है। लेकिन रूप बदला हुआ होने की वजह से वो पीटर को पहचान नहीं पाता है। ऐडम उससे कहता है कि वह पीटर से बचपन से ही बहुत ही ईर्ष्या करता है क्योंकि उसके पास इतने सारे पावर है। इस वजह से वो उसे मारना भी चाहता है। पीटर को सुनकर बहुत धक्का लगता है। लेकिन वह अपने रूप में नहीं आता है और उसकी पूरी साजिश जानने की कोशिश करता है।
लेकिन तभी ऐडम की नजर आईने की और पड़ती है और उसमें उसे एक सांप का प्रतिबिंब दिखाई देता है। वह तुरंत समझ जाता है कि यह रूप बदलकर उसके सामने जो खड़ा है वह पीटर पार्कर ही है । ऐडम उसे मारने की कोशिश करता है लेकिन स्पाइडर-मैन अपने असली रूप में आ कर उस पर जाल फेंकता है और उसे पूरी तरह से बांध लेता है।
लेकिन वह अपनी वैज्ञानिक शक्ति से बड़े कृतिम हाथ पैर निकालता है और पूरे जाल को तोड़ देता है। वह पीटर का गला दबाकर उसे मारने लगता है । पिटर उससे छूटने की जी-तोड़ कोशिश करता है। तभी उसे एक विचार आता है और वह अपना रूप बदलकर नाग बन जाता है और एडम की पकड़ से छूट जाता है।
मौके का फायदा उठाकर वह तुरंत ऐडम को डस लेता है। पीटर एक बहुत ही शक्तिशाली नाग बन चुका होता है इसलिए ऐडम कि उसी समय तड़प तड़प कर मृत्यु हो जाती है। इस तरह एक बार फिर बुराई की हार और अच्छाई की जीत होती है । पीटर पार्कर अपने दुश्मन को खत्म करके देश को बचा लेता है।
