हाँ मैं बुरी ही सही

हाँ मैं बुरी ही सही

2 mins
349


कल छवि से मुलाकात सुखद ही रही, अरे वही छवि जो अपने लिये जीना चाहती हैं, हाँ वही छवि जो बेबाक हैं, बिंदास है, जो हर समय जीवन के लिये लड रही है... जो मान-अपमान का घूट पीकर जीवन बिता रही है... जो हर अपने जीवन-यापन के लिये मेहनत करती है... हाँ वही छवि जो समाज में अपने हिसाब से जीना चाहती है... हाँ वही तो है छवि... हाँ हाँ वही छवि जिसको समाज नही पंसद करता है, हाँ वही है छवि... सवाल यह है कि छवि को लोग पंसद नही करते... किस लिये नही पंसद नही करते? बस इसलिये पंसद नही करते क्याें की वह लोगो की परवाह नही करती, बस मेहनत करके जीना ही तो चाहती है... यही अगर कसूर है तो कसूर ही सही अगर कोई मेहनत करके जीवन जीना चाहता है अपना जीवन यापन वह भी Self respect के साथ जीवन बीताना चाहता है तो कसूर बार ही सही, हमको सबसे बढिया बात जो छवि की लगी कि, कोई बुरा कहे गलत कहे, तो सीधे कहती है कि, हाँ बुरी ही सही इतना कहने के लिये साहस होना चाहिये... हाँ इतने साहस के साथ जीना ही छवि के लिये काफी है... छवि जैसी महिलाओ के साहस को सलाम करते है... ऐसी महिलाये समाज में उदाहरण है, जो महिलायें अपने उपर जुलमों सितम सहकर भी कुछ बोल ही नही पाती हैं...


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational