घर का बड़ा बेटा
घर का बड़ा बेटा
घर का बड़ा बेटा होना भी
एक बड़ी बात होती है
न जाने कंधे पर उसके
कितनी ज़िम्मेदारियाँ होती हैं
खुद की ज़िंदगी का पता नहीं
घर की चिंता हर रोज़ सताती हैं
घर को अपना बनाने के लिए
ज़िम्मेदारियाँ घर से दूर ले जाती हैं
सपने तो बड़े बेटे के भी होते हैं
पर घर की हालत, उन्हें छुपा देती हैं
जब तक बाप का साया होता हैं
ज़िंदगी बड़ी ऐश में कटती हैं
उसके चले जाने पर ज़िम्मेदारियाँ
बड़े बेटे के कंधे पर आ जाती हैं
जब खुद के पैरो पर खड़ा होता है
तब ज़िंदगी की असल समझ आती है
घर का बड़ा बेटा होना भी
एक बड़ी बात होती है
घर को घर बनाए रखना भी
एक बड़ी बात होती है.
