एकता
एकता
कठिनाई भरे दिन।
धीरे -धीरे बीतते जा रहे। कभी खुशी कभी गम के साथ।
इन दिनों ने यथार्थ के साथ जीना सीखा दिया। बच्चे बड़ो सबको। बहुत सी भावनायें सुप्त थी जो जाग्रत हो गई। कुछ हॉबी । जो समयाभाव नहीं हो पाती।
अब कुछ पूरे होने लगे। समय ने एकता का पाठ पढ़ाया। एकता की शक्ति महसूस करवाई चाहे वो दिया या मोमबत्ती जलाना या थाली और ताली बजाना। बहुत ही अच्छा फ़ील होता था और बहुत मधुर आवाज लगती थी।
ये सब टास्क ना होते तो दिन बोझिल हो जाते। अब तो सिर्फ इंतजार हैं, एक आशा का। एक खबर.. सब ठीक हो गया..