Find your balance with The Structure of Peace & grab 30% off on first 50 orders!!
Find your balance with The Structure of Peace & grab 30% off on first 50 orders!!

Keshi Gupta

Tragedy

3  

Keshi Gupta

Tragedy

एक क्षण ....

एक क्षण ....

3 mins
70


रोशन अंधेरे कमरे में बैठे सामने लगी अपनी नेहा की तस्वीर पर नजर जमाए हुए था। हालांकि अंधेरा होने की वजह से तस्वीर में कुछ साफ दिखाई नहीं दे रहा था। पर शायद अतीत की यादें उसके सामने ताजा हो चली थी। आज वह स्नेहा को बहुत ही ज्यादा मिस कर रहा था। 6 साल का गहरा रिश्ता एक दिन अचानक यूं ही खत्म हो गया। पर यादों का क्या है ?कभी भी ताजा हो सकती है। ना उन्हें कोई जुदा कर सकता है और ना ही कोई छीन सकता है।

ऐसा नहीं है कि नेहा से रिश्ता टूटने के बाद रोशन अपनी जिंदगी में आगे नहीं बढ़ा मगर कभी किसी खास समय और हालातों में वही लोग याद आते हैं जो दिल के सबसे करीब होते हैं। रोशन खुद को बहुत अकेला महसूस कर रहा था। नेहा से उसकी मुलाकात थिएटर के दौरान हुई थी। दोनों में दोस्ती हुई और फिर प्यार। शादी नहीं की मगर 4 साल साथ में ही रहे। साथ रहने के दौरान दोनों को एक दूसरे को जानने और समझने का बेहतर मौका मिला मगर कुछ बातों ने उनके बीच दूरी पैदा कर दी और यू एक दिन उनका रिश्ता खत्म हो गया और दोनों की राहें जुदा हो गई। वह दोनों अपनी अपनी जिंदगी में मशरूफ हो गए।

रोशन स्टेज का एक बेहतरीन कलाकार था मगर साथ ही वह इंजीनियरिंग की नौकरी भी करता था। स्टेज उसका शौक था। ऑफिस की पॉलिटिक्स और स्टेज की दुनिया के लोगों की भीड़ भाड़ खींचातानी से टूट कर जब घर लौटता तो घर के अकेलेपन और जिंदगी के सुनेपन से घबरा उठता। रोशन की जिंदगी एक अंधेरे में डूबती जा रही थी जो कहीं ना कहीं उसके तनाव का एक बड़ा कारण बनती जा रही थी। यूं तो उसके आसपास बहुत से दोस्त थे मगर वह अपने दिल की बात किसी से कह नहीं पा रहा था। तन्हाइयों में अक्सर यही सोचता की जाने कब यह सफर खत्म होगा।

उस दिन रोशन का जन्मदिन था शायद यही वजह थी कि आज उसे नेहा की याद कुछ खास ही सता रही थी। नेहा उसके इस दिन को यादगार बना देती थी। मगर आज वह अकेले इस अंधेरे कमरे में सिर्फ उन यादों का सहारा लिए बैठा था। जाने क्या हुआ अचानक रोशन उठा और कमरे के पंखे से लटक झूल गया। उस एक क्षण ने रोशन की जिंदगी का सफर वही खत्म कर दिया। रोशन के दोस्त जब उसके घर जन्मदिन की मुबारक देने के लिए पहुंचे तो उन्होंने रोशन को पंखे से झूलता पाया। कोई नहीं समझ पाया कि कब रोशन की जिंदगी की रोशनी अंधकार में बदल गई जिसके तनाव में उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। रोशन तो चला गया मगर पीछे कई सारे जिंदगी से जुड़े सवाल छोड़ गया।




Rate this content
Log in

More hindi story from Keshi Gupta

Similar hindi story from Tragedy