शीत लहर के तमाचे खाते और ठिठुरते हुए उसने मंदिर वाले पथ पर पग धरे ही थे कि उसके पैरों को जैसे किसी न... शीत लहर के तमाचे खाते और ठिठुरते हुए उसने मंदिर वाले पथ पर पग धरे ही थे कि उसके ...
रिश्ता प्यार डेढ सौ वर्ष पहले परवान नही चढ़ा वह आज मेरे नौकरी के पहले दिन ही पूरा हो गय रिश्ता प्यार डेढ सौ वर्ष पहले परवान नही चढ़ा वह आज मेरे नौकरी के पहले दिन ही पूरा...
हमारा अतीत ही हमारे वर्तमान और भविष्य की जननी है। हमारा अतीत ही हमारे वर्तमान और भविष्य की जननी है।
हमें अतीत और भविष्य की चिंता छोड़कर वर्तमान मे रहना चाहिए हमें अतीत और भविष्य की चिंता छोड़कर वर्तमान मे रहना चाहिए
अब पर्वत के उस पार सामने है एक अनुपम दृश्य। अब पर्वत के उस पार सामने है एक अनुपम दृश्य।
जीये अपने हर लम्हें को वो जिसकी है वो अधिकारिणी। जीये अपने हर लम्हें को वो जिसकी है वो अधिकारिणी।