एक अजनबी से प्यार
एक अजनबी से प्यार
एक बार सीना नाम की लड़की को एक अजनबी से प्यार हो गया था , उससे वो जानती भी नहीं थी , बस एक बार उसने एक शादी में उस लड़के को देखा , उसका नाम माधव था .
उस लड़के को वो पेहचानति भी नहीं थी .सीना शर्मीली स्वभाव की थी , उसने बिलकुल भी माधव के साथ बात करने की कोशिश नहीं की .
सीना का नसीब ही देखो , माधव का रिश्ता सीना के लिए ही आया था .सीना और माधव एक दूसरे से मिले लेकिन माधव ने मना कर दिया क्यों की माधव किसी और लड़की से प्यार करता था . सीना का दिल टूट गया था. ,सीना की ज़िंदगी में एक ऐसा अजनबी आता है , उसका नाम रेहांश था .रेहांश को सीना नहीं जानती थी .रेहांश की मुलाकात सीना से कॉलेज में हुई थी , दोनों की दोस्ती हुई रेहांश ने सीना की मुस्कराहट लौटाई .ज़िंदगी के मायने को सिखाया , रेहांश ने सीना के ज़िन्दगी में प्यार के प्रति विशवास को जगाया .
अब सीना भी रेहांश से प्यार करने ही लगी थी .फिर उसके ज़िंदगी में एक बड़ा दौर आया की माधव अब सीना से शादी करना चाहता था . लेकिन सीना का प्यार रेहांश था .सीना रेहांश से प्यार करती थी .
अपने माता पिता के लिए उसने माधव के साथ शादी के लिए हां बोल दिया, और वहा रेहांश का दिल टूट गया था.ताजुब की ये बात ये थी , की रेहांश और माधव दोनों चचेरे भाई थे, उसने अपने चचेरे भाई की ख़ुशी के लिए अपने प्यार को त्याग दिया था.जो बात का डर था वोही हो गया, माधव को रेहांश और सीना के बारे में पता चल ही गया .माधव जब सीना को उसके कमरे में मिलने आया था ,तब सीना की बात सुन ली थि की वो उससे प्यार नहीं करती .ये सच्चाई जान के माधव स्तब्ध हो गया और सीना को पूछा , की तो किस्सेस प्यार करती हो ,तब सीना ने सच बोल दिया की वो रेहांश से प्यार करती है .और माधव ने अपना रिश्ता ठुकराया और रेहांश और सीना को शादी के बंधन में बांधा .और ऐसे ही दोनों एक हो गए .

