भगवद गीता से ज़िंदगी बदलती है
भगवद गीता से ज़िंदगी बदलती है
भगवद गीता से मेरी ज़िंदगी में जो परिवर्तन हुआ है वो आप को बया नहीं कर सकती हु।
भगवद गीता के बारे में मैंने सुना था लेकिन पढ़ा कभी भी नहीं था ।
जब मेने पहले अध्याय से आखरी अध्याय तक पढ़ना शुरू किया तब मुझे जो मेहसूस हो रहा था वो अलग ही मेहसूस हो रहा था ,आज तक मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ था ।
मेरे में ये परिवर्तन देखने को मिला की पहले में गुस्सा करती थी ,मन अशांत था ।
मन में बोहोत नकरात्मक विचार आते थे जब भगवद गीता का पाठ पढ़ते ही जो मेहसूस हुआ वो पल बोहोत अद्भुत था ,
मुझे आधयात्मिक के रास्ते में रूचि होने लगी एक एक वाकय मेरे दिलो दिमाग में पनपता गया ।
कर्म की महिमा के बारे में आखरी अध्याय तक श्रीकृष्ण ने अर्जुन को समजाया था की इस दुनिआ में आए हो कर्म तो करना ही पड़ेगा चाहे आप को कर्म क्षेत्र में आगे बढ़ना है ,या आध्यात्मिक के रास्ते में आगे बढ़ना है, या कुछ भी करना है जिंदगी में आप को मेहनत करनी ही पड़ेगी ।
भगवान ने ये भी कहा था की जो इंसान सत्य कर्म करता है , फल की अपेक्षा नहीं करता उनका कल और आज दोनो सवर जाता है ।
भगवद गीता को पढ़ने के बाद जो मेहसूस हो रहा है ऐसा लगता है श्रीकृष्ण मेरे साथ है और कहे रहे है की रुकना मत जब तक लक्ष्य प्राप्त ना हो जाए
ऐसे बिच रास्ते में छोड़ के तुम को क्या मिलेगा इससे अच्छा है एक और कोशिश करो अपने मंजिल तक पोहोचने के लिए क्या होगा या तो सफलता मिलेगी या तो तजुर्बा मिलेगा ।
इसलिए मुस्किले तकलीफे तुम को और मजबूत करने के लिए आती है इससे तुम और शक्तिशाली होते जाते हो ।
जिससे मुझे मेरे लक्ष्य तक पोहोचने के लिए आत्मविश्वास और दढ़ता की गति तेज होने लगी और मेरे अंदर जो बदलाव मुझे दिख रहा था वो में बया नहीं कर सकती थी ।
वाकई में भगवद गीता को पढ़ने से चमत्कार होते है आप को आध्यात्मिक , आप को धर्म , अच्छे कर्म में और रूचि होने लगती है और सब से बड़ी बात आप का ताल अपनी आत्मा से जुड़ता है हां अपनी अंतरात्मा से जुड़ता है जिससे जो भी अपनी ज़िंदगी में समस्या है उसका आप आसानी से हल कर सकते हो ।
आप का हल आप का समाधान आप खुद हो आप को खुद ही आध्यात्मिक में रूचि होने लगती है आप को श्रीकृष्ण का स्मरण मेहसूस होता है ।
वाकई भगवत गीता एक चमत्कारिक किताब है जिससे पढ़ने से किसी की भी ज़िंदगी बदल सकती है और व्यक्ति सच्चे दिल से अध्याय को पढ़ेगा उसके अंदर कुछ ना कुछ तो बदलाव होंगे ही होंगे ऐसा हो ही नहीं सकता की उसके अंदर कुछ भी बदलाव ना आ सके ।
आप का आज कल सुधरेगा बल्कि आप का जन्मो जन्म उज्वल होगा ।
आप आज क्या करते हो ?आप धर्म को अपनाते हो या अधर्म को अपनाते हो ये बोहोत मायने करता है ख़ास तौर पर आप खुद को सुधार सकते हो ।
आप के अंदर क्या कमी है इससे आप ढूंढते हो तब आप लगातार मेहनत करते हो इससे आप में सुधार आएगा जिससे आप की ज़िंदगी में आध्यात्मिक में रूचि बढ़ेगी आप धर्म के रास्ते पे चलोगे आप का जीवन पल भर में बदल जाएगा ।
इसलिए हर इंसान को भगवद गीता पढ़नी चाहिए खास तौर पर उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए बेहद जरूरी है ।
जब आप की जिंदगी में निराशा ही है आप को लग रहा है जब कुछ खत्म हो चुका है तब आप को भगवद गीता को समझना चाहिए पढ़ना चाहिए जिससे आप की जिंदगी की तमाम समस्याएं होती है उसका हल आप को स्वयं श्रीकृष्ण भगवान देते है ।
आप जिंदगी मे आगे बढते हो , आप आध्यात्मिक के मार्ग को अपनाते हो जिससे आप का मिलन अपनी आत्मा से होता है ।
आप को आभास होगा की देविक शक्ति आप के साथ है जिससे आप को खुद ही लोगो की मदद करने में खुशी मिलेगी , जिससे आप सही रास्ते में आप आगे बढ़ते हो आप के जिंदगी में दुख आता है , सुख आता है आप शांत रहते हो ।
आप को वाकई में शांति का अर्थ समज आ जाता है तब आप की जिंदगी अदभुत हो जाती है ।
