चाय टूथ ब्रश वाला डायरी साहित
चाय टूथ ब्रश वाला डायरी साहित
चाय टूथ ब्रश वाला डायरी साहित्य डायरी साहित्य एक महत्वपूर्ण विधा है, है न? कई लेखक लोगों ने कई रचनाएँ की इस विधा मे है न?
(बार बार पूछ के बोर नही करूँगा)
इस विधा में एक विश्व प्रसिद्ध पुस्तक थी " द डायरी ऑफ़ अन्ना फ्रेंक " जिसकी कई लाखों प्रतियाँ बिकी।अन्यथा न ले कोई पर अब कोई ऐसे लिखे कि...
"सात बजे उठा, साढ़े साथ चाय पी
फिर सो गया
फिर उठ गया, फिर प्यास लगी , फिर.... आदि
(फिर पत्नी ने चादर हटाई और मैं उठ गया)
फिर चाय नहीं मिली
फिर ब्रश किया......"
तो आप क्या कहेंगे?
यह डायरी साहित्य है या लुगदी या रद्दी या कुछ और?मेरा तो यह मत है कि डायरी साहित्य को सबसे ईमानदार श्रेणि में रखा जाए, अपने से तो लेखक सबसे ज्यादा ईमानदार होगा न? और कोई प्रबुद्ध लेखक लिखे ऐसा, ओह?