भाभी माँ
भाभी माँ
शशि जब शादी होकर गई थी सब ठीक था उसका राजा प्राईवेट कम्पनी में नौकरी करता था। एक दिन राजा को कम्पनी के काम से शहर से बाहर कार से जा रहा था। माँ बाप नहीं थे शादी भैया-भाभी ने की थी। राजा कार से जा रहा था तो एक टृक ने टक्कर मार दी और राजा की कार बुरी तरह से दब गई राजा की वही मृत्यु हो गई। शशि पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा।
भाभी के कहने पर भैया शशि को घर ले आये। शशि हाईस्कूल पास थी ।भाभी ने भैया से सलाह कर शशि का एडमिशन इन्टर में करवा दिया। भाभी बहुत ख्याल रखती थी। शशि ने भी मेहनत करके एम ए हिन्दी में कर लिया और शशि की एक स्कूल में नौकरी लग गई। भाभी के सहयोग से पढ़ाई और नौकरी कर सकी। भाभी ने भैया से सलाह कर शशि की दूसरी शादी करवा दी। आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है।
