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Akanksha Gupta (Vedantika)

Abstract

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Akanksha Gupta (Vedantika)

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असिस्टेंट रोबोट

असिस्टेंट रोबोट

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मैं पलँग पर सो रही थीं। मैंने अपने असिस्टेंट रोबोट को आवाज दी।

“क्या तुम मुझे उठने में मदद कर सकते हो?”

“अभी करता हूँ।”

असिस्टेंट रोबोट ने मुझे उठाया। मैंने पूछा

“सभी लोग कहाँ गए है?”

“कोई लौटा ही नहीं मैडम।”

मैं तीन सौ साल से सभी के लौटने का इंतज़ार कर रही हूं।


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