अफसर बीवी day-20
अफसर बीवी day-20
" बेटा, लड़का अच्छा है। फ़ोटो और बायोडाटा भेज रहे हैं, तुम देख लो। अगर तुम्हें सही लगे तो कुछ दिन की छुट्टी लेकर आ जाना, लड़के और उसकी फैमिली से मिलने की योजना बना लेंगे।" आज फिर मम्मी ने सिविल सेवक रम्या को फ़ोन पर कहा।
"मम्मी, अभी शादी की फुरसत कहाँ हैं ? वैसे भी लड़कों का ईगो इतना बढ़ा हुआ रहता है कि एक अफसर बीवी का साथ पचा पाना उनके लिए बड़ा मुश्किल होता है।" रम्या ने कहा ।
"बेटा, लोग क्या कहेंगे ? तुम्हारी शादी की उम्र भी हो चली है।" मम्मी ने कहा।
"मम्मी, अगर लड़के का ईगो टकराया तो जल्द ही हमारा तलाक भी हो जाएगा, फिर एक तलाकशुदा के बारे में लोग ज्यादा बातें करेंगे।" रम्या ने हँसते हुए कहा।
"तुम और तुम्हारी बातें।" मम्मी ने कहा।
"चलो, मम्मी बाद में बात करती हूँ।" रम्या ने फ़ोन रख दिया था।
रम्या के क्षेत्र में बाढ़ आयी हुई थी। वह लगातार राहत कार्यों में व्यस्त थी। रम्या को अभी भी एक राहत कैंप में जाना था। कैंप में पहुँचकर पता चला कि कुछ लोग अभी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फँसे हुए थे। रम्या वहाँ तुरंत पहुँची। रम्या ने देखा कि वहाँ पर एक लड़का बड़ी मुस्तैदी से राहत कार्यों में लगा हुआ था।
रम्या लोगों को निकालने में मदद करने लगी। तब ही रम्या स्वयं भी पानी में गिर गयी। तरणताल में तैराकी की अभ्यस्त रही रम्या पानी क तेज़ बहाव में बहने लगी,उसी लड़के ने रम्या को बचाया। रम्या को हॉस्पिटल ले जाया गया। रम्या को बाद में पता चला कि वह जिलाधीश स्वयं थे।
रम्या ने कुछ दिनों बाद अपनी मम्मी का दिया हुआ फोटो और बायोडाटा देखा । फोटो उन्हीं जिलाधीश महोदय का था। उन्होंने अभी ही नियुक्ति मिली थी रम्या बाढ़ के हालातों के कारण उनसे मिल नहीं पायी थी । रम्या ने तुरंत अपनी मम्मी को फ़ोन किया और कहा कि, "लड़के वालों से मीटिंग का समय तय कर लो। मैं शादी के लिए तैयार हूँ । "