"अंधभक्ति"
"अंधभक्ति"


घर में सब लोग मुझे अपनी नातिनों का अंधभक्त कहते हैं,मज़ाक़ में एक रोज रात में हम सब सोने को थे ।इतने में मेरी बड़ी नातिन माहेनो रोती हुई आई हमारे कमरे में और अपनी माँ की शिकायत करने लगी "देखो नानी " मम्मा हर वक़्त डांटती रहती हैं।"
मेरे पति प्रेक्टिकल है उन्होंने कहा "हां ठीक है ,वो तुम्हारी माँ है। कुछ ग़लत शरारत की होगी तो डांटा होगा " मगर नानी तो नानी है बेटी को डांटने पहुँच गई। मेरे दामाद आजकल "वर्क फ्राम होम" कर रहे हैं दिन भर सारी गतिविधियों पर ध्यान रहता है बच्चियाँ क्या हरकतें कर रही हैं "माँ" से कितनी डांट पड रही है।
रात में जब बेटी से मैं कह रही थी के "माहेनो" को क्यों डांटती रहती हो ।मेरी बेटी लगातार सफ़ाई दे रही थी "अरे मम्मा आप उसकी हरकतें तो देखो दिन भर छोटी बहन को छेडती रहती है, डांट दो तो आपसे शिकायत शुरू ।"
बस....! इतना सुनना था कि मेरे दामाद समीर हंस कर मेरी बेटी से मज़ाकिया मूड में कहते हैं।
"मित्रों ये भक्तगण है ये आपकी कोई बात नहीं सुनने वाले हैं ...! प्लीज़ इनसे बहस ना करें..."
इतना सुनना था हम सब ज़ोर से हंस पड़े.... ।