अमावस की रात
अमावस की रात
हर तरफ काला अंधेरा छाया हुआ था लेकिन माधव बिना कुछ सोचे बस चलता ही जा रहा था। उसके चेहरे पर बहुत ही घबराहट छाई हुई थी। वो चलता ही जा रहा था। लेकिन उसके मन मैं एक डर सा लगा हुआ था क्योंकि उसे किसी भी तरह से इस सुनसान रास्ते को पार करके कैसे भी करके शाही पुजारी के घर पहुंचना था।
वो जैसे जैसे अपने कदम आगे बढ़ा रहा था ऐसे हो उसकी धड़कने भी बढ़ती जा रही होती हैं। क्योंकि आज उसे किसी भी तरह से अपने गांव मैं शाही पुजारी को लेके पहुंचना था। नही तो फिर आज इस काली रात मैं एक साथ कई लोगो की जान ले लेगी वो ....ये सोचते सोचते डरते डरते वो जल्दी से आगे बढ़ रहा था।
लेकिन एक बात उसे नहीं पता थी की आज तक कोई भी उस गांव मैं शाही पुजारी को इस काली रात मैं नहीं लीजा सका हैं। उसका कारण हैं वो साया जो उस की गुलामी करता हैं। आज अमावस की काली रात थी। जिसकी वजह से हर तरफ अंधेरा छाया हुआ था। एक दम से माधव रुक जाता है अचानक से उसके कानों मैं किसी लड़की की की जोर जोर से रोने की आवाज़ सुनाई देती हैं।
माधव, को लगा की अब तो वो शाही पुजारी के गांव के पास पहुंच गया हैं तो शायद ये कोई गांव की ही लड़की होगी । ये सोच कर वो जैसे ही उस लड़की के पास पहुंचता हैं तो वो लड़की रोना बंद कर देती हैं और खड़ी हो जाती हैं। माधव , उससे पूछता हैं तुम कौन हो और इतनी रात को यहां क्या कर रही हों।
लेकिन वो लड़की कुछ नहीं बोलती चुप चाप वही खड़ी रहती हैं। इतना अंधेरा और सन्नाटा छाया हुआ था ऊपर से इतनी भयानक आवाजे आ रही थी । की एक पल के लिए तो माधव को भी डर लगने लगा । लेकिन वो किसी तरह हिम्मत करके उसके पास जाता हैं तो वो कुछ ऐसा देखता हैं। की वही के वही जम जाता हैं और आंखे खुली की खुली रह जाती हैं।
वो लड़की जोर जोर से हस्ते हुए बोलती हैं, आज काली रात हैं अमावस की रात हैं। कोई नहीं बचेगा उस से कोई भी नही बच सकता । आ रही हैं वो सब का खून पी लेगी आज फिर खून की होली खेलेगी । ये बोल कर जोर जोर से हस्ते हुए माधव को पकड़ लेती हैं।
माधव, अपनी आंखें बंद कर लेता हैं और अपने मन मैं बोलता हैं। अब लगता हैं मैं नही बच पाऊंगा न ही गांव मैं किसी को बचा पाऊंगा। तभी वहां पर एक भयानक आवाजें आनी शुरू हो जाती हैं। जोर जोर से हवाएं चलने लगती हैं और चारों तरफ रातरानी के फुलों की महक आने लगती हैं।
तभी वहां पर एक खूबसूरत लड़की आती हैं। जिसकी आंखें हरी होती हैं और उसके घने काले बाल जो की कमर तक लटक रहे होते हैं। सफेद रंग की साड़ी पहने हुए कोई अप्सरा जैसी लग रही थी । लेकिन सच्चाई तो कुछ और ही थी वो कोई लड़की नही बल्कि एक पिशाचनी थी।
जिसने कई वर्षों से आस पास के गांव मैं अपना आतंक फैला रखे था। वो एक पल मैं ही उड़ कर माधव के पास आ जाती हैं और अपनी शक्तियों से माधव को हवा मैं लटकाते हुए बोलती हैं। तूने सोच भी कैसे लिया की तुम किसी की जान बचा सकते हो वो भी मुझसे ये बोल कर जोर जोर डरावनी हँसीं हँसने लगती हैं।
तभी उसके नाखून बहुत बड़े हो जाते हैं और उसका खूबसूरत चेहरा बहुत ही भयानक हो जाता हैं। वो चिल्लाते हुए बोलती हैं आज फिर एक कुंवारे लड़के की बलि चढ़ाकर तुम्हें खुश कर दूंगी काल भैरवी । फिर जल्दी से माधव को पकड़ कर वहां से पहाड़ी की तरफ जाने लगती हैं।
अगले पार्ट मैं हम पढ़ेंगे ये पिशाचानी कौन हैं और ये क्यों कुंवारे लड़कों का शिकार करती हैं। वो भी सिर्फ अमावस की काली रात को , आखिर क्या हैं इसके पीछे का रहस्य....उसके लिए आपको comment करके बताना होगा की कैसी लगी आपको मेरी कहानी , धन्यवाद
क्रमशः


