आसान सा सवाल
आसान सा सवाल
"मेरी जिंदगी कहती है कि लावारिसों के दिल नहीं होते।आप नहीं समझोगी इस दर्द को।"
उसने लरज़ती आवाज में कहा था।
वह सोचने लगी, सही तो कह रहा है यह लड़का।जब बचपन में इस मासूमसे बच्चे को उस की पत्थर दिल माँ ने दुनिया में अकेला छोड़ दिया था।आप ही कहिये, उस माँ के बेटे के पास कोई दिल भी होगा भला?
उन सारे पल पल जीते मरते अहसासों का हिसाब वो किस से माँगे? कौन देगा उन आँसुओं का हिसाब जो हर रात उसके तकिये को भिगोते रहे?
वह सही सवाल कर रहा था की आसमान में उड़ती पतंग टूटने के बाद धरती पर वापस आ जाती है पर वह कहाँ जाए? उसके के पास इस आसान सवाल का कोई भी जवाब नहीं था की दुनिया गोल है या सिफर ....?