आलोचना
आलोचना


आप लोग कैसे हैं?आशा करते हैं कि आप सब लोग स्वस्थ और सुरक्षित होगें।आज कल जिस राष्ट्रीय आपदा से गुजर रहे हैं उस समय जब लोग बैठकर पर निंदा परम आमनदम वाली बात क्या ठीक है? हमें तो नहीं लगता है। इस समय सकारात्म रहने की जरूरत है ना कि दूसरो की आलोचना करने की,मन बहुत व्यथित हो जाता जब लोग इस समय भी दूसरों की निंदा करने में समय बिता रहे हैं ।अगले ही पल क्या हो जायेगा किसी की खबर नहीं ,इस समय तो लगता कैसे किसी की मदद की जाये इसी उपापेह में रहते हैं। बस आज यहीं तक, आप सब का दिन बहुत शुभ हो एव मंगलमय हो। प्रभु आप सब की सहायता करे।