26...
26...
हैलो, आपने कॉल किया था.. मैं बाहर गई थी.. मोबाइल की रिंग सुनाई नहीं दी...
कहां??? दीपू के साथ गोवा घूम रहीं थीं क्या, पता है न 26 को बुलाया गया है पूछताछ के लिए,
हाँ पता है,
पता नहीं ये लोगों को क्या पड़ी है... चैन से न खुद रहते हैं न किसी को रहने देते हैं...
तुम इतनी थकी हुई हो, लो पानी पी लो,
सुनो,
बोलो,
जरा चाय बना दो न, ब्लैक... चीनी कम प्लीज़.
और आज बिल्कुल भूख नहीं है.. इसलिए खाना नहीं .. बस दो रोटी.. सब्जी.. सलाद और थोड़ा सा कुछ मीठा बना लो,
और सोते वक़्त दूध लूँगी..
और उस से पहले थोड़ा गर्म पानी कर दो न.. पैरो में दर्द है.. गर्म पानी की सेंक हो जाए तो ठीक लगेगा..
और 26 की तैयारी भी करनी है..
सुनो,
हाँ बोलो,
क्या पहनूँ उस दिन..
मनीष को कॉल करो तो कोई अच्छी सी ड्रेस भेज देगा..
और हाँ मेरे पर्स में ग्लीसरीन की बूंदें डालकर चार पांच रुमाल भी रख दो..
और सबसे जरूरी बात,
हाँ बोलो न,
मैं आपका नाम सीधे तो नहीं लूँगी.. पर बताना तो पड़ेगा न.. आपके बिना मैं ज्यादा वक़्त रह भी सकती.. इसलिए कुछ इशारा दे दूंगी..
क्या कहोगी???
सोच रही हूँ, ये कह दूं कि बनारसी पान का शौक है, और आप रोज मुझे बनारसी पान लाकर देते थे,
हाँ ये सही रहेगा..
मैं भी आ जाऊँगा, दोनों साथ रहेंगे..
चलो तुम्हारे पैर दबा दूँ...
अरे ये कैसी बातेँ कर रहे हैं... क्यों मुझ पर पाप चढ़ा रहे हैं... आप मेरे पति परमेश्वर हैं, आपसे सेवा करवा कर भगवान को क्या मुंह दिखाऊंगी...
अच्छा सुनो तो,
सब काम करके आराम कर लेना.. बहुत काम करते हो, खुद का तो ख्याल ही नहीं आपको.. अच्छा अब मैं सोती हूँ.. कल जल्दी मत जगाना.. देर तक सोना है.. परसों तो फिर सारा दिन पूछताछ में निकलने वाला है..
अच्छा शुभ रात्रि,
