Axay Kumar

Abstract

4.5  

Axay Kumar

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यकीन

यकीन

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आप शिद्दत से जीना चाहो 

कोई आपका विश्वास तोड़ जाए 

आप रोते रोते रोकना चाहो 

वो हसते हसते आपका दिल तोड़ जाए 

आपका यकीन मर जाये 


आप अंदर ही अंदर से टूट जाए 

आपको सब गलत नजर आए 

आप लड़ना चाहो उससे 

ख्याल करके ही आप हार जाए 

आपका यकीन मर जाये 


आप सबको अपना समझो 

और सब मतलबी बन जाये 

जिसके लिए आपने जीना चाहा 

वो मरने की वजह बन जाये 

आपका यकीन मर जाये।


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