यह मैं हूँ
यह मैं हूँ
बिखरा हूँ मैं
मुझे कोई समेट ना पाया
टूटा हूँ मैं
मुझे कोई जोड़ ना पाया
अधूरा हूँ मैं
मुझे कोई पूरा ना कर पाया
रो रहा हूँ मैं
मुझे कोई हंसा ना पाया
ना समझ हूंँ मैं
मुझे कोई समझा ना पाया
उलझन हूँ मैं
मुझे कोई सुलझा ना पाया
बेघर हूँ मैं
मुझे कोई बसा ना पाया
ठुकराया हुआ हूँ मैं
मुझे कोई अपना ना पाया
बेखबर हूँ मैं
मुझे कोई खबरदार ना कर पाया
हां हां यह मैं हूँ
मुझे कोई झूठला ना पाया ।।