STORYMIRROR

Abasaheb Mhaske

Tragedy

4  

Abasaheb Mhaske

Tragedy

यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

1 min
230

यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

लोग ऑक्सीजन , दवाई के किल्लत से

तड़प तड़प कर मर रहे हैं बाबा बोले

 ब्रम्हांड भरा पड़ा हैं चाहे जितना खींच लो


यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

दाढ़ी बढ़ा के ज्ञान बांटा जा रहा हैं लाइट बुझावो

दिए लगावो ताली थाली बजावो

चाहे तो भाभीजी का पापड़ खाओ


यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

कोर्ट भी हर तरफ कब तक ध्यान दे

ऑक्सीजन लावो उधर मांगों,चोरी करो

सरकार बोले किसी की किल्लत नहीं हैं 


यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

नीबू नाक में निचोड़ो, गोमूत्र पियो

गोबर से नहावो सकारात्मकता बढ़ावा

मंत्र - तंत्र पढ़ के कोरोना भगाओ।


यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

शव जलाने तक को जगह कम पड़ रही हैं

यूँ ही ही नदियों से बहाया जा रहा है

चील कौवे उसे नोचकर खा रहे है


यह क्या हो रहा हैं भाई मेरे देश में ?

सबकुछ रामभरोसे कैसे और कब तक ?

कुत्ते की मौत मरो फिर भी खिलाफ मत बोलो

वर्ना सोच लो हुक्मरान कहेंगे यु आर अंडर अरेस्ट।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy