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Dipak Joshi

Romance Tragedy

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Dipak Joshi

Romance Tragedy

ये दुरी क्यों है?

ये दुरी क्यों है?

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ये दूरी क्यों है?

चाह कर तुमको, बस तुझमें समाने का जी चहता है।

अब ये मंजूर नहीं, तेरा हमसे दूर रहना

तोड़ कर सारी बंदिशें, तेरा होना चहता हूँ।


डूब गया इस तरह से तेरे खयालों में,

कीं खुद को ही भूल गया हूँ।


बस इक मूरत बनकर चल रहा हूँ।

मन यह पुछता है ये दूरी क्यों है?


इक मूरत तेरी बनायी है दिल में,

पूजा तेरी करना चहता हूँ।

फिर ये दूरी क्यों बनायी आप ने?


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