ये दौर भी गुजर जाएगा
ये दौर भी गुजर जाएगा


जानते है हम हालात ठीक नहीं है बाहर के
इसलिए घर के अंदर ही क़ैद है हम
बेवजह हम बाहर क्यों सैर सपाटे करे
बाहर की हवाएं तो कातिल हो चुकी है
घर में जो गुजार लेंगे कुछ लम्हे प्यार से
हम क़ैद रह खुश रह कर तो खुद के लिए अच्छा होगा
बाहर का वायरस ना घर पर आएगा
ना ही बीमारी का डर हमको सताएगा हर पल हर घड़ी
जानते है हम ये हवाएं फिर भी कातिल कातिल है
लेकिन कोशिश हमको खुद ही करनी होगी
अपनी सांसो को अपने जीवन को बचाने की
हर एहतियात हम को खुद भी बरतनी होगी
हाथ बार बार धो लो साफ सफाई कर लो
घर में क़ैद होकर जी लो कुछ दिन जान है तो जहां है
जीवन बड़ा अनमोल है इसको संभाल लो
यहां वहां भटक लेना फिर जो जिंदगी रही बाकी
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
ये महामारी भी खत्म हो जाएगी एक रोज नया सवेरा उगेगा
जब इस महामारी का सारी दुनिया में से हो जाएगा खत्म
अब वक्त बुरा है वक्त बदलेगा एक रोज
कुछ पल जो हम जी लेंगे बंदिशों में तो गम नहीं
रूखी सुखी खाकर ही खुश हो लो सब
जब हालात सुधर जाएंगे तो छप्पन भोज सब कर लेना
अब जो मिल जाये उसमें संतुष्ट हो जाओ सब