यारी रख
यारी रख
मिट्टी से भी यारी रख ,
दिल से दिलदारी रख,
चोट न पहुंचे बातों से,
इतनी समझदारी रख,
पहचान हो तेरी हटकर ,
भीड़ में कलाकारी रख ,
पलभर ये जोश जवानी का ,
बुढ़ापे की तैयारी रख,
दिल सब से मिलता नहीं,
फिर भी जुबान प्यारी रख ।
मिट्टी से भी यारी रख ,
दिल से दिलदारी रख,
चोट न पहुंचे बातों से,
इतनी समझदारी रख,
पहचान हो तेरी हटकर ,
भीड़ में कलाकारी रख ,
पलभर ये जोश जवानी का ,
बुढ़ापे की तैयारी रख,
दिल सब से मिलता नहीं,
फिर भी जुबान प्यारी रख ।