"यादें"
"यादें"
कुछ बातें ऐसी हैं,
जिन्हें भुलाया नही जा सकता।
क्योंकि यादों का इतवार नही होता,
वे चुपके से आ ही जाती हैं।
कभी खुशी कभी ग़म,
कभी हंसी और कभी रूला भी जाती हैं।
यादों से कभी अवकाश नही,
अतीत से हमको ऐसे जोड़े रखती हैं,
जैसे पेड़ को जमीन बांधे रखती है।
कोशिश करो इन्हें भूलने की,
लेकिन मौका-बे मौका आ ही जाती है।।