यादें.....
यादें.....
इस कदर आप,क्यों याद आते हो,
हर पल दिल को,क्यों तड़पाते हो,
पता नहीं किस कदर है,आप से यह रिश्ता,
आप तो,किसी को हर समय नज़र आते हो।
सोच कर भी, दूर ना रह पाते,
आप कि यादों से विलग ना हो पाते,
रह -रह कर ये,जो याद आती है,
हर बार एक नया,एहसास दे जाती है।
काश! हम इस एहसास को समझ पाते,
जो दिल में है वो कह पाते।
पर कुछ बातें अनकही ही सही,
दिल कि यह बातें,मुझ तक ही सहीं,
यह एहसास तो सभी से परे ही सही।
यह भी जीवन का एक नया मोड़ है,
इसका हर एक एहसास, खींचे मुझे अपनी ओर है। काश!हम इन यादों में ही खो जायें,
आप सामने हों और हम अपने सब गम भूल जाएँ।

