याद आती है
याद आती है
तेरी चाहत का है असर शायद,
आजकल नींद नहीं आती है।
क्या करें कि दीदार तेरा हो,
बात बिल्कुल समझ न आती है।
दिल तू ही, तू ही मेरी धड़कन है,
साँसें तुझ बिन थमी सी जाती हैं।
सोचकर तुझको दिल की बगिया खिली,
सोचकर तुझको लाज आती है।
सुन मेरे दिल पे क्यूँ किया कब्जा
क्यूँ तेरी नजर दिल चुराती है।
आजा अब आ भी जा न यूँ तड़पा,
तेरी दिन रात याद आती है।

