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VanyA V@idehi

Inspirational

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VanyA V@idehi

Inspirational

वृत्त की त्रिज्या बन जाती हैं

वृत्त की त्रिज्या बन जाती हैं

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खुद पढ़ती और सबको पढ़ाती हैं ;

बेटियाँ सर्वत्र शिक्षा बढ़ाती हैं !

     

        बाबा का मज़बूत सहारा बनती हैं ;

        और अम्मा का भी हाथ बंटाती है !


मायके का कोना कोना महकाती हैं ;

ससुराल का घर-आँगन सजाती हैं !


        अपना कार्यक्षेत्र बखूबी संभालती हैं ;

         अपने घर की ज़िम्मेदारी निभाती हैं !


भाई-बहन,संगी-साथी संग खिलखिलाती हैं ;

कोई महत्वपूर्ण फैसला लेने से ना हिचकिचाती हैं!


        आज की बेटियां एक धुरी पर नहीं नाचती है

       बल्कि खुद संसार रूपी वृत्त की त्रिज्या बन जाती हैं।


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