वर्दी वाली लड़की
वर्दी वाली लड़की
जब भी मैं किसी लड़की को वर्दी में देखता हूं, तो मुझे उसमें तुम दिखती हो!
और उस समय मेरी आंखें नम और हृदय गौरवान्वित हो जाता है
हां ! वही वर्दी ,वही बंदूक और वही टोपी ।
जिसमें मैं तुम्हें देखना चाहता हूं !
यह न सिर्फ तुम्हारा और न सिर्फ मेरा!
बल्कि यह तुम्हारे पिताजी का भी दिली इच्छा रहा है,
जो आज जहां भी होंगे इस पल को देखने हेतु प्रतीक्षारत होंगे ।
यह मात्र स्वप्न नहीं यह संकल्प है, उन प्रतीक्षारत आंखों का,
उन जज्बों का, जोश का और जुनून का ।
हां! मैं जब भी वर्दी में किसी लड़की को देखता हूं तो मुझे तुम दिखती हो ।
उसे समय मेरी आंखें नम और हृदय गौरवान्वित हो जाता है!
क्योंकि तुमको वर्दी में देखना कोई विकल्प नहीं है
यह संकल्प है उन जज्बा ,जोश और संघर्ष का !
और मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मैं इसे हकीकत में भी जल्द ही देखूँगा।
हां! वही वर्दी वाली लड़की को जिसको देखकर आंखें नम
और हृदय गौरवान्वित हो जाया करती हैं।।