वो एहसास
वो एहसास
वो एहसास,
जो अनछुए प्रेम की तरह था
निस्वार्थ, निश्चल, निर्मल
और निष्कलंक
आज भी महसूस करती हूँ
अपने आस-पास
तेरी नज़दीकियों की तरह।
वो एहसास,
जो अनछुए प्रेम की तरह था
निस्वार्थ, निश्चल, निर्मल
और निष्कलंक
आज भी महसूस करती हूँ
अपने आस-पास
तेरी नज़दीकियों की तरह।