अपने आस-पास तेरी नज़दीकियों की तरह। अपने आस-पास तेरी नज़दीकियों की तरह।
''नभ पर छाया वह अटल, राज-नीति का वह पटल, क्षितिज तक सघन चला, दागहीन गया वो निकल | अटल बिहारी वाजपईजी... ''नभ पर छाया वह अटल, राज-नीति का वह पटल, क्षितिज तक सघन चला, दागहीन गया वो निकल ...