वन -अनमोल धरोहर
वन -अनमोल धरोहर
पृथ्वी सबसे सुंदर ग्रह है
विविधता से भरा हुआ है
प्रकृति की छटा है निराली
पेड़ों से ही है हरियाली
जंगल जीवों का तो घर है
पर संस्कृति की भी धरोहर है
हिमालय के ही घने वनों में
वेदों का सृजन हुआ था
यहीं बैठ ऋषि मुनियों ने
गहन तपस्या, तप किया था
ज्ञान का प्रसार फिर भारत ने
चहूं दिशा में प्रचारित किया था
बहुमूल्य आयुर्वेद औषधियों का
वन ही तो भंडार केंद्र हैं
प्राणियों की कितनी प्रजातियां
सुरक्षित रह सकती हैं इन्हीं वनों में
अनमोल इस धरोहर को चलो
नष्ट न करें यही अब प्रण लें।