वलेंटाइन डे
वलेंटाइन डे
फरवरी का महीना आया
नवजवानों का महीना आया
रोज़ डे चॉकलेट डे
प्रोमिस डे और टेडी डे
और न जाने कौन कौन से डे
अंततः आता वैलेंटाइन डे
जिसका इंतजार करते
आज के युवा को हर डे
ये सारे डे याद होते है,
पर मातृ - पितृ पूजन दिवस
किसी को भी याद नहीं,
भारतीय सभ्यता और संस्कृति
को भुलाते आज के युवा हर डे
कैसी ये दोस्ती कैसा ये डे
पल भर में विसरते वेरी इम्पोर्टेन्ट डे
१४ फेब याद दिलाने कि जरुरत नहीं
क्योंकि होता वैलेंटाइन डे
अंग्रेजों ने लगायी थी फाँसी इसी डे
हमारे वीरों को चढ़ाई थी फाँसी इसी डे,
इनके लिए था अपना देश ही वैलेंटाइन डे
पर आज के युवा भुलाते उन्ही की कुर्बानी डे
कैसा ये डे और कैसे ये युवा
सोच हैरान हूँ मैं हर डे,
क्या पता कब ये जानेंगे
क्या पता कब ये मानेंगे
है ऊँची शान अपने ही डे में
अरे युवाओं अपनी आँखें खोलो
डूबते हुए देश को बचालो
अपनी शान और मर्यादा को
यूं दूसरों कि सभ्यता
अपनाकर ना खो दो
यही गुज़ारिश मेरी यही प्रार्थना मेरी
है नमन दिवस शहीदों का
करो नमन हमारे शहीदों का
वैलेंटाइन में क्या रखा है
दिल का सुख चैन कहा मिलता है ?
नमन करो एक बार दिल से
है दावा मेरा मिलेगा
सुख चैन तुम्हें
इस बारे में दिल से सोचो समझो
नहीं तो क्या आगे डे तुम्हारा
हर डे तुम्हारा हर डे तुम्हारा
वही वैलेंटाइन डे तुम्हारा
शहीदों को नमन मेरा
और तुम्हें मुबारक वैलेंटाइन डे तुम्हारा
वैलेंटाइन डे तुम्हारा !!
