STORYMIRROR

Rohini Tiwari

Inspirational

2  

Rohini Tiwari

Inspirational

प्रेम रस धारा

प्रेम रस धारा

1 min
702


प्रेम ही धारा प्रेम ही न्यारा

निसदिन बरसे प्रेम रस धारा

जीवन पथ पर चलते चलते

प्रेम ही बने सबका आधार

भक्ति मे प्रेम मस्ती मे प्रेम

धरती मे प्रेम प्रकृति मे प्रेम

प्रेम सगुण प्रेम ही निर्गुण

प्रेम ही अवनी की जलधारा

सबरी का प्रेम राम को प्यारा

विदुर का प्रेम कृष्ण को प्यारा

प्रेम ही प्रेम जगत मे सारा

आओ चले प्रेम के पथ पर

वसुंधरा के इस आँगन मे

प्रेम पुष्प महकाये सुरीला

निसदिन भोर अमृत बेला मे

रस बरसे प्रेम की धारा

प्रेम से चारों ओर उजियारा

प्रेम बने इस युग की धारा

प्रेम से महके जीवन सारा

प्रेम रंग मे डूबे जग सारा



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational