विवाह
विवाह
शाश्वत प्रेम का ये बंधन
है दिलों का ये गठबंधन
प्रणय प्रीति विश्वास सँग
महकाता यह नेह उपवन
अजब अलौकिक मेल है
रिश्तों की है अमरबेल ये
समर्पण संग समर्थन का
है अद्भुत, अनूठा ये संगम
सींचती धार एहसास की
शाश्वत प्रेम का ये बंधन
है परिणय ये वादों का
है सफर मीठी यादों का
जैसे बसंत की हो बहार
हर तरफ हो बस प्यार।

