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Dr J P Baghel

Inspirational

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Dr J P Baghel

Inspirational

वीर तुम बढ़े चलो

वीर तुम बढ़े चलो

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वीर तुम बढ़े चलो ! 

धूप हो कि लू चले, तवे समान भू जले, 

बूंद एक नीर की मिले न कंठ को भले, 

है उपाय भूख का कि पेट हाथ से मलो ।

वीर हो बढ़े चलो ! 


छूट जाय काम ही, रहे न पास दाम ही, 

राम नाम सत्य हो, असत्य हो निजाम ही, 

राजमार्ग देश के सभी सपांव नाप लो ।

वीर तुम बढ़े चलो !


सोच को बड़ी करो, कभी न मौत से डरो, 

धर्म-राष्ट्र के लिए, विकास के लिए मरो ।

देश के मजूर हो ? महान हो, चले चलो ।

वीर तुम बढ़े चलो । 

चले चलो, चले चलो !! 



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