वीर जवान
वीर जवान


यूँ ही नहीं मेरे देश में,
अमर जवान ज्योति है।
हर माता यहाँ सिंहनी,
भार्या वीरांगना होती है।
मातृभूमि पर बल बल जायें,
ऐसी हस्ती हर वीर जवान की होती है।
हमारा हर वीर जवान,
भारतवर्ष की आँखों का मोती है।
मातृभूमि की रक्षा में,
डटके शत्रु से टकराते हैं।
हँसते हँसते देश की,
रज कण में मिल जाते हैं।
तुम्हारी शौर्यता के समक्ष,
विमल इन्दु भी शीश झुकाते हैं।
सहस्राब्दियों ही से जन जन,
तुम्हारी शौर्यगाथा गाते हैं।
हे! वीर जवान,
तुम स्वयं में वन्दन हो।
तुम्ही तो भारत माता के,
मस्तक का चन्दन हो।